
चार साल बाद वर्ष 1979 में एक बार फिर विश्व कप क्रिकेट का आयोजन हुआ और मेजबानी की इंग्लैंड ने ही. इस विश्व कप का स्वरूप 1975 विश्व कप की तरह ही रहा. आठ टीमों ने इस विश्व कप में हिस्सा लिया. चार-चार टीमों के दो ग्रुप बने और दो शीर्ष टीमों को सीधे सेमी फ़ाइनल में प्रवेश मिला. मैच 60 ओवर का ही रहा और खिलाड़ी उजले कपड़े पहनकर ही मैदान में उतरे.
इस बार ग्रुप ए में इंग्लैंड, पाकिस्तान, ऑस्ट्रेलिया और कनाडा की टीमें थी, तो ग्रुप बी में वेस्टइंडीज़, न्यूज़ीलैंड, श्रीलंका और भारत. श्रीलंका की टीम आईसीसी ट्रॉफ़ी जीतने के कारण विश्व कप में खेलने आई थी. इस विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया ने एक अनजान सी टीम चुनी, क्योंकि उसके अच्छे खिलाड़ी कैरी पैकर के साथ जुड़े हुए थे. हालाँकि वेस्टइंडीज़ और पाकिस्तान ने कैरी पैकर की वर्ल्ड सिरीज़ से जुड़े खिलाड़ियों को भी टीम में रखा.
ख़िताब की तगड़ी दावेदार वेस्टइंडीज़ की टीम दो मैच जीतकर अपने ग्रुप में शीर्ष स्थान पर रही. श्रीलंका के ख़िलाफ़ उसका मैच बारिश की भेंट चढ़ गया. श्रीलंका ने भारत को हराकर प्रतियोगिता का सबसे बड़ा उलटफेर किया. इस मैच में श्रीलंका ने भारत को 47 रन से हराया. इस ग्रुप से न्यूज़ीलैंड की टीम दूसरे नंबर पर रही. भारतीय टीम इस विश्व कप में एक भी मैच नहीं जीत पाई.
ग्रुप ए से इंग्लैंड की टीम ने सभी मैच जीतकर शीर्ष स्थान हासिल किया, तो पाकिस्तान ने कनाडा और ऑस्ट्रेलिया को हराकर सेमीफ़ाइनल में जगह बनाई. ग्रुप स्टेज़ पर इंग्लैंड ने कनाडा को सिर्फ़ 45 रन पर आउट किया लेकिन दोनों ग्रुपों में शतक सिर्फ़ एक ही लगा. वेस्टइंडीज़ के गॉर्डन ग्रीनिज़ ने भारत के ख़िलाफ़ 106 रनों की पारी खेली.
पहले सेमी फ़ाइनल में इंग्लैंड की भिड़ंत न्यूज़ीलैंड से हुई. माइक ब्रियरली और ग्राहम गूच की शानदार पारी की बदौलत इंग्लैंड ने आठ विकेट पर 221 रन बनाए. डेरेक रेंडल ने भी 42 रनों की अहम पारी खेली. न्यूज़ीलैंड ने भी अच्छी शुरुआत की और जॉन राइट ने 69 रन ठोंके. लेकिन अच्छे ऑल-राउंडर के होते भी टीम इंग्लैंड से नौ रन पीछे रह गई.
दूसरे सेमी फ़ाइनल में पहले खेलते हुए वेस्टइंडीज़ ने छह विकेट पर 293 रन बनाए. ग्रीनिज़ ने 73 और डेसमंड हेंस ने 65 रन बनाए. विवियन रिचर्ड्स ने भी 42 रनों का योगदान दिया. लेकिन ज़हीर अब्बास और माजिद ख़ान ने वेस्टइंडीज़ को पसीने-पसीने कर दिया. दोनों ने दूसरे विकेट के लिए 166 रनों की साझेदारी की. लेकिन उनके आउट होते ही पाकिस्तान की पारी लड़खड़ाई और वेस्टइंडीज़ 43 रनों से जीत गया. माजिद ख़ान ने 81 और ज़हीर अब्बास ने 93 रन बनाए.
23 जून को लॉर्ड्स के मैदान पर लगातार दूसरी बार फ़ाइनल खेलने पहुँची वेस्टइंडीज़ की टीम तो इस बार मेजबान इंग्लैंड को भी किस्मत आज़माने का मौक़ा मिला. विवियन रिचर्ड्स ने शानदार शतक ठोंका और कॉलिस किंग ने भी बेहतरीन पारी खेली. वेस्टइंडीज़ ने 286 रनों का स्कोर खड़ा किया. रिचर्ड्स 138 रन पर नाबाद रहे जबकि किंग ने 86 रन बनाए. इंग्लैंड ने अच्छी शुरुआत की और पहले विकेट के लिए 129 रन जोड़े. लेकिन रन काफ़ी धीमी गति से बने. ब्रियरली ने 64 रन बनाए लेकिन 130 गेंद पर जबकि बॉयकॉट ने 105 गेंद पर 57 रन. इन दोनों के आउट होते ही इंग्लैंड की टीम धराशायी हो गई. सिर्फ़ गूच ने 32 रन बनाए. इंग्लैंड की टीम 51 ओवर में 194 रन बनाकर आउट हो गई. वेस्टइंडीज़ ने लगातार दूसरी बार विश्व कप पर क़ब्ज़ा किया।
स्पोर्ट्स खबर


कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
टिप्पणी: केवल इस ब्लॉग का सदस्य टिप्पणी भेज सकता है.