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खेल से खेल तक

मंगलवार, 26 मई 2009

हैदराबाद बना चैंपियन

चैंपियन की दास्तान

आईपीएल में सुपरसंडे का दिन ... एक सुपरमुकाबले का दिन था। और इसी सुपरसंडे के दिन खेला गया ... सीज़न-2 का फाइनल। जहां डेक्कन चार्जर्स ने बैंगलोर रॉयल चैलेंजर्स को 6 रनों से डिस्चार्ज तो किया ही ... साथ ही सीज़न-2 की बादशाहत भी अपने नाम कर ली।

आईपीएल सीज़न -2 के फाइनल में जब सीज़न -1 की दो फिसड्डी टीमें आमने सामने आई....तो कहानी एक नए क्लाइमैक्स की डिमांड कर रही थी........फैंस में भी इस बात को लेकर जबरदसत् क्रेज़ था ...की मैदान पर कौन बाज़ी मारेगा
गिली के किलर्स या फिर जंबो के जांबांज़….
आईपीएल में सुपरचेर्सर्ज के नाम ;से मशहूर बैगलोर ने अपनी ताकत को ध्यान में रखते हुए एक बार फिर ....गेंदबाज़डी करने का फैसला किया.....


पहला ओवर फेंकने कुंबले आए...और भेज़ दिया डेंजर मैन ....गिलक्रिस्ट को डगआउट एऱिया में आराम करने के लिए...गिली अपना खाता भी नही खोल सके......इसके बाद टी सुमन को भी विनय कुमार ने चलता कर चार्जर्स की बैटरी को डिस्चार्ज करने की कोशिश की ......

लेकिन अब मैदान पर वर्ल्ड क्रिकेट को दो हार्ड हिटर्स मौजूद थे जिनके बल्ले पर गेंदबाज़ के लिए NO MERCY लिखा था.......साइमों- गिब्स की जोड़ी ने रॉयल चैलेंजर्स की नींद उड़ा दी ...और एक बार फिर कप्तान कुंबले को गेंद को हाथ में लेना पड़ा ....गेंदबाज़ी के लिहाज़ से ये कुबंले का दिन था...और जंबो ने साइमंड्स और रोहित शर्मा को आउट करके ...डेक्कन की स्कोरिंग पर ब्रेक लगा दिए...हर्शेल गिब्स के नाबाद 53 रनों की मदद से डेक्कन चार्जर्स 143 के स्कोर तक पहुंचे .....लेकिन बैंगलोर की फॉर्म को देखते हुए ....लक्ष्य ज्यादा बड़ा नही था....

कैलिस ..कोहराम मचाने को तैयार थे.....तो मनीष से पुरानी पारी की उम्मीद थी....शुरआती ओवर्स में कैलिस के जलवे से लगा कि बैंगलोर ....15 ओवर में ही आईपीएल ट्राफी को उठाना चाहते हैं....लेकिन नाउम्मीदी के इस दौर में हरमीत सिंह गिलक्रिस्ट को उम्मीद दे गए ...और कैलिस के लौटने से खुल गया ...चैलेंजर्स के किले में सेंध मारने का मौका....लंबे छक्के लहगाने वाले वैनडर मर्व और मनीश पांडे के आउट होने के बाद तो....सेमीफाइनल में जमकर उछलने वाले माल्या भी अब अपनी कुर्सी से छिपक चुके थे....क्योकि असली पिक्चर तो अब शरु हुई थी...यहां टेलर के जबरदस्त हिट्स थे...तो ओझा और हरमीत की थ्रीलिंग गेंदबाज़ी ...मैच किस ओर जाएगा.....किसी को ;पता नही था....चैलेजर्स का चैलेंज बढ़ता जा रहा था....तो चार्जर्स भी हर ;उस तरीके को आज़मा रहे थे ..जिससे जीत के दरवाज़े खुल जाते ....तभी गिली को ट्रम्प कार्ड की याद आई ...और ऑस्ट्रेलियन क्रिकेट के बैड ब्वाय....चैलेंजर्स के लिए बैडलक बन गए...एक ही ओवर में टेलर और कोहली को आउट करके साइमंड्स ने मैच को डेकक्न की तरफ मोड़ दिया....इसके बाद बाउ चर कब आए और कब गए ..किसी को पती नही चला...आखिरी उम्मीद रॉबिन उथप्पा से थी...कि कभी नहीं तो कम से कम फाइनल में तो उथप्पा कुछ करेंगे .....लेकिन आखिरी ओवर में 15 रनों का लक्ष्य भी चैलेंजर्स के लिए मील का पथ्तर साबित हुआ ......और गिली के शेरो ने दिखा दिया ..की सीज़न-2 बिते ज़माने की बात है...और आईपीएल के असली चैपियन तो वही हैं....

स्पोर्ट्स डेस्क
स्पोर्ट्स खबर

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