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खेल से खेल तक

सोमवार, 13 अगस्त 2012


लंदन ओलंपिक में भारतीय पहलवानों का बोलबाला लंदन ओलंपिक में वैसे तो भारत को पहला मेडल 30 जुलाई को मिला था... लेकिन खेलों का आखिरी यानि 17वां दिन भारतीय फैंस के लिए सबसे खास रहा... क्योंकि इस दिन ही पहलवान सुशील कुमार ने मेडल्स का छक्का लगाया। सुशील के सिल्वर मेडल से ही खेलों के सबसे बड़े महाकुंभ में इतिहास रचा गया। और भारतीय पहलवानों का रूसूख इंटरनेशनल लेवल पर और बढ़ गया। लंदन ओलंपिक में ... भारतीय रेसलर्स ने रचा इतिहास सुशील ने तय किया ब्रॉन्ज़ से सिल्वर का सफर तो योगेश्वर ने भी लगाया ... कुश्ती में ब्रॉन्ज़ पर दांव   खेलों के महाकुंभ के आखिरी दिनों में शुरू हुए रेसलिंग इवेंट से करोड़ो हिन्दुस्तानियों को काफी उम्मीदें थी...बीजिंग ओलंपिक में रेसलिंग से मिले मेडल के चलते... लंदन में भी पहलवानों से मेडल टैली में इजाफा करने की आस थी... और भारतीय पहलवान उम्मीदों पर खरे उतरे भी... और जिसमें सबसे अव्वल रहे सुशील कुमार ...सुशील ने लंदन ओलंपिक में भी अपने शानदार प्रदर्शन से ... ब्रॉन्ज़ से सिल्वर मेडल का सफर तय कर नया इतिहास रच दिया...ये कारनामा कर सुशील लगातार दो ओलंपिक खेलों मे मेडल जीतने वाले पहले भारतीय एथलीट बन गए है...साथ ही सुशील रेसलिंग मे भी सिल्वर मेडल जीतने वाले पहले भारतीय  बन गए है...   सुशील के अलावा योगेश्वर दत्त भी कुश्ती के किंग साबित हुए... हालांकि योगेश्वर के दांव भी सुनहरे साबित तो नहीं हुए... लेकिन ब्रॉन्ज़ मेडल जीतकर भारत के इस पहलवान ने देश को 5वां मेडल दिलाया...  योगेश्वर ने repechage round के दौरान 45 मिनट में 3 विरोधी पहलवानों को चित करके ब्रॉन्ज़ मेडल पर कब्ज़ा किया...    ब्रॉन्ज़ से चूके अमित हालांकि सुशील और योगेश्वर को छोड़ कर बाकी तीन भारतीय पहलवान लंदन ओलंपिक मे मेडल से चूक गए... 55 किलोग्राम वेट कैटेगरी में अमित कुमार के हाथ निराशा लगी... क्वार्टरफाइल मैच में हारने के बाद...अमित के पास repechage round मे ब्रॉन्ज़ जीतने का अच्छा मौका था... लेकिन वो इस मौके को नहीं भुना पाए...    नरसिंग के दांव में नहीं था दम 74 वेट कैरेगरी में नरसिंग पहले ही राउंड में बाहर हो गए... जबकि लंदन में इकलौती महिला रेसलर गीता फोगट के हाथ भी निराशा ही लगी... हालांकि गीता को ब्रॉन्ज जीतने का मौका मिला था... लेकिन गीता उसमें भी नाकाम ही रहीं...  बहरहाल तीन रेसलर्स की नाकामी के बावजूद .... भारतीय रेसलर्स खेलों के महाकुंभ में अपनी छाप छोड़ने में कामयाब रहे। रजनीश कुमार खेल पत्रकार

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