बुधवार, 15 अगस्त 2012
Review- Ek Tha Tiger
Ek Tha Tiger
टिपिकल सलमान खान मूवी है – ‘एक था टाइगर’
बिना दमदार स्क्रिप्ट की एक्शन पैक्ड फिल्म है एक था टाइगर ..जिसे सिर्फ सलमान खान के स्टारडम के लिए देखा जा सकता है ....फिल्म की ओपनिंग से तो साफ है ...कि सलमान ..इस वक्त बॉलिवुड के सबसे बड़े सुपरस्टार है .....लेकिन वो एक्टर है या नहीं ...ये नहीं कहा जा सकता...एक था टाइगर सलमान खान के फैंस के लिए ईद का तोहफा हो सकती है ...लेकिन जो फिल्म में कहानी या एंटरटेनमेंट तलाश कर रहे हैं...वो मूवी देखने के बाद एक बार फिर कहेंगे..कि सलमान ने इस बार भी अपनी बाकी फिल्मों की तरह एक बार फिर डैश डैश बनाया है......
फिल्म में सलमान बने तो RAW के एजेंट हैं......लेकिन उनकी हरकतें दबंग के चुलबुल पांडे.....जैसी ही है....वो बस अपने एक्शन की वजह से ...फिल्म और फैंस के दिमाग पर छाए हुए हैं.....फिल्म की स्क्रिप्ट इतनी वीक है .....कि पहले हॉफ की स्टोरी ..दूसरे हॉफ से मैच नहीं खाती .....पहले हॉफ में जहां सलमान...लंदन में एक इडिंयन साइनटिस्ट पर नजर रखने के मिशन पर है.......तो दूसरे हॉफ में वो ISI की एजेंट कैटरीना कैफ के प्यार में गिरफ्तार होकर ....एक देश से दूसरे देश में बस भाग ही रहे हैं.......ये ISI एजेंट साइनटिस्ट के घर की केयरटेकर थी..... लेकिन जब से उसे सलमान से प्यार हुआ है ..वो भी नौकरी छोड़ चुकी है......अब दोनों एजेंटों को ...RAW और ISI अपनी इंफॉर्मेशन लीक होने के डर से तलाश कर रहे हैं....खैर वो तो पकड़ में नहीं आते ..लेकिन आखिर में सलमान ये मैसेज जरूर देते हैं—“जब RAW और ISI जैसी एजेंसी खत्म हो जाएंगी तो हम वापस लौट आएंगे”
डॉयरेक्टर कबीर खान ने इस फिल्म में सिर्फ सलमान के स्टारडम को भुनाने की कोशिश की है ..वरना ये फिल्म ...एजेंट विनोद की तुलना में कहीं नहीं टिकती.......हां विदेशी लोकेशन्स की वजह से फिल्म की सिनेमाटोग्रॉफी जबरदस्त है .....साजिद-वाजिद का म्यूजिक एक दम औसत है....गाने तो फिल्म में बिलकुल भी फिट नहीं बैठते......फिल्म में सलमान-कैटरीना को छोड़कर 2 कैरेक्टर और है ...रणबीर शौरी सलमान के असिसटेंट के तौर पर अच्छे जमे हैं..गीरीश कर्नाड ने बॉस की भूमिका ठीक-ठीक निभाई है...
फिल्म को 15 अगस्त के दिन रिलीज किया गया.....और ईद तक एडवांस बुकिंग फुल नजर आ रही है...यानी बिजनेस तो हिट है......फिल्म भी हिट हो ही जाएगी ....
मेरी रेटिंग - **1/2*
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