लंदन ओलंपिक में भारतीय तीरंदाज
ऐसा नहीं है कि उम्मीदों को तोड़ने में सिर्फ टेनिस खिलाड़ी औऱ शूटर्स ही सबसे आगे रहे...बल्कि तीरंदाजी टीम ने भी फैंस को निराशा के भंवर में धकेल दिया....ओलंपिक की शुरूआत से ही भारतीय तीरंदाजी टीम की नाकामी शुरू हो गई....एक के बाद एक तीरंदाज...अपने खराब प्रदर्शन की वजह से मेडल की उम्मीदों को तोड़ते चले गए....आलम ये रहा कि...दीपिका कुमारी जैसे टॉप तीरंदाज भी मेडल पर निशाना साधने में नाकाम रहे....
खेलों के सबसे बड़े महाकुंभ में मेडल की उम्मीद लिए जब भारतीय तीरंदाजी टीम ने लंदन की सरजमी पर कदम रखा...तो हर किसी की जुबां पर यही था... कि अर्जुन की नगरी से उसका दूत आया है... और इस बार भारतीय तीरंदाज..मेडल पर सटीक निशाना साधेंगे...तीरंदाजी में लगातार कई साल से पदक के सूखे को खत्म करने के लिए...भारतीय तीरंदाज भी..इंडिविजुअल और टीम इवेंट में अपनी मजबूत चुनौती का दावा कर रहे थे...लेकिन कहते हैं ना कि...हवाओं का ऱूख कभी भी...नतीजे को बदल सकता है.... और हुआ भी ऐसा ही...तीरंदाजी टीम के सपने इसी हवा की भेंट चढ़ गए...3 महिला और 3 पुरूष खिलाड़ी समेत 6 सदस्यीय तीरंदाजी टीम ने लंदन ओलंपिक में फैंस को निराशा कर दिया... कोई भी तीरंदाज मेडल राउंड की दहलीज़ तक भी नहीं पहुंच सके...
भारतीय पुरूष तीरंदाजी टीम
भारतीय पुऱूष तीरंदाजी टीम ने लंदन ओलंपिक में अपने अभियान की शुरूआत जब लार्ड्स के मैदान से की...तो ऐसा लगा कि इस बार मेडल मिलना तय है... लेकिन शायद किस्मत में हार और निराशा काफी पहले से तय थी....टीम इवेंट में भारतीय पुरुषा टीम को प्री क्वार्टरफाइनल मुकाबले में जापान के हाथों शिकस्त का सामना करना पड़ा...जयंत ताल्लकुदार, राहुल बनर्जी और तरूणदीप रॉय की तिकड़ी ने अपने निराशाजनक प्रदर्शन से फैंस को उम्मीदों को तोड़ने का शुभारंभ कर दिया....और भारतीय तीरंदाजी टीम सबसे आखिरी पायदान 12वें नंबर पर रही...
भारतीय महिला तीरंदाजी टीम
भारत की पुरुष तीरंदाजी टीम की शिकस्त के बाद.. महिला टीम भी लंदन ओलंपिक में निराशाजनक प्रदर्शन जारी रखा और हार के दर्द को दोगुना कर दिया...लॉर्ड्स के मैदान पर टीम इवेंट के क्वार्टर फाइनल में भारतीय महिला तीरंदाजी टीम को डेनमार्क ने 211-210 से अंतर से हराया...दुनिया की नंबर वन तीरंदाज दीपिका कुमारी, बोम्बाल्या देवी और सी. सुरो की टीम महज 1 प्वाइंट से हार गई....
व्यक्तिगत स्पर्धा में भारतीय तीरंदाज
टीम इवेंट में मिली हार के बाद...जब भारतीय तीरंदाज अपने अपने इंडिविजुअल मुकाबले में उतरे...तो यहां भी...नाकामी ने पीछा नहीं छोड़ा...राहुल बनर्जी..जयंत तालुकदार...तरूणदीप रॉय जैसे दिग्गज तीरंदाज अपने अपने मुकाबले में...मेडल राउंड तक भी नहीं पहुंच सके...इंडिविजुअल इवेंट में भी राहुल...जयंत औऱ तरूणदीप सटीक निशाना साधने में नाकाम रहे...महिला टीम में शामिल सी सुरो... दीपिका कुमारी औऱ बोम्बाल्या देवी की हालत भी हार के रंग में रंगी रही...सी सुरो व्यक्तिगत एलिमिनेशन राउंड में हारी तो.... बोम्बाल्या देवी ने अपने निशाने का थोड़ दम दिखाया लेकिन..उनकी भी किस्तम में हार ही लिखी थी...ओलंपिक में बची कुची कसर दीपिका ने पूरी कर दी...भारत की सबसे बड़ी उम्मीद दीपिका कुमारी मैच के पहले ही राउंड में हारकर हंसते हुए बाहर हो गई...दीपिका की हार के साथ ओलंपिक के तीरंदाजी खेल में भारत की चुनौती बिना कोई मेडल हासिल किए खत्म हो गई..उम्मीदों के रथ पर सवार होकर भारतीय तीरंदाजी टीम लंदन तो बहुत कुछ लेकर पहुंची थी लेकिन जब देश वापस लौटी तो उनके हाथ खाली और चेहरे पर निराशा के सिवा कुछ भी नहीं था...क्योंकि फैंस के साथ साथ खुद खिलाड़ी को भी मेडल ना हासिल होने का दर्द था...
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