ज़ख्म क्या होते हैं...ये कोई टीम इंडिया के पूछे ... जो ऑस्ट्रेलिया ने उसे अपने घर में दिए थे ... लेकिन जख्मों को पाला कैसे जाता ये भी माही के मतवालों से बेहतर भला कौन बता सकता है ... तभी तो उनका हिसाब भी ठीक उसी अंदाज़ में चुकता किया गया जैसा कि ऑस्ट्रेलिया ने किया था .... बदले हर वो किस्त के साथ जख्मों पर मरहम हू ब ही उसी अंदाज़ में लगाया गया जिस अंदाज़ में कंगारुओं ने दिए थे ... RELIEF ...
बदले की पहली किस्त
ऑस्ट्रेलिया गए तो ..पहले मुकाबले यानी मेलबर्न टेस्ट में कंगारुओं ने टीम इंडिया को 122 रनों से हराया ...तो टीम इंडिया ने मेहमानों को चेन्नई टेस्ट में 8 विकेट से चित बदले की पहली किस्त वसूल कर ली
बदले ही दूसरी किस्त
मौका सिडनी टेस्ट का आया तो टीम इंडिया को पारी और 68 रनों से हार का सामना करना पड़ा ... तो दूसरी किस्त के तौर पर टीम इंडिया ने हैदराबाद टेस्ट में कंगारुओं की किस्मत में पारी और 135 रनों से ऐसी हार लिखी कि ऑस्ट्रेलियाई मीडिया...ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट की मौत का ऐलान करने को भी मज़बूर हो गई
बदले की तीसरी किस्त
ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर टीम इंडिया ने तीसरा टेस्ट पर्थ में गवांया...जहां उसे पारी और 37 रनों से हार का सामना करना पड़ा... तो बदले का मौका मोहाली में मिला ... इस बार टीम इंडिया बदले को इतनी बेताब थी कि ... बारिश के चलते 1 दिन का खेल धुलने के बावजूद...नतीजा ना आने वाले मैच में भी उसने कंगारुओं के 4 दिन में चित करते हुए 6 विकेट से सानदार जीत दर्ज की
बदले की आखिरी किस्त
शुरूआती 3 मुकाबले से टीम इंडिया के इरादे साफ हो चुके थे ...सीरीज़ पर वो 3-0 से कब्जा कर चुकी थी ..लेकिन इरादा था ...कि बदला तो लेकर रहेंगे ...हर हार का हिसाब तो होकर रहेगा...नतीजा ...298 रनों के जख्म जो कंगारुओं ने उसे चौथे यानी एडिलेड टेस्ट में दिए थे ..उसके ऐवज में टीम इंडिया ने 3 दिन में ही दिल्ली टेस्ट पर कब्जा कर कंगारु-क्रिकेट के ताबूत में वो आखिरी कील भी ठोंक दी ...जिसका फैंस को बेसब्री से इंतज़ार था RELIEF ... जिसके साथ ही टीम इंडिया और उसके फैंस ने जश्न से ऐलान कर दिया... कि हार हिसाब अब पूरा हुआ।
लेखक
रजनीश कुमार
रविवार, 24 मार्च 2013
ले लिया बदला...धोनी ब्रिगेड की यादगार जीत
ज़ख्म क्या होते हैं...ये कोई टीम इंडिया के पूछे ... जो ऑस्ट्रेलिया ने उसे अपने घर में दिए थे ... लेकिन जख्मों को पाला कैसे जाता ये भी माही के मतवालों से बेहतर भला कौन बता सकता है ... तभी तो उनका हिसाब भी ठीक उसी अंदाज़ में चुकता किया गया जैसा कि ऑस्ट्रेलिया ने किया था .... बदले हर वो किस्त के साथ जख्मों पर मरहम हू ब ही उसी अंदाज़ में लगाया गया जिस अंदाज़ में कंगारुओं ने दिए थे ... RELIEF ...
बदले की पहली किस्त
ऑस्ट्रेलिया गए तो ..पहले मुकाबले यानी मेलबर्न टेस्ट में कंगारुओं ने टीम इंडिया को 122 रनों से हराया ...तो टीम इंडिया ने मेहमानों को चेन्नई टेस्ट में 8 विकेट से चित बदले की पहली किस्त वसूल कर ली
बदले ही दूसरी किस्त
मौका सिडनी टेस्ट का आया तो टीम इंडिया को पारी और 68 रनों से हार का सामना करना पड़ा ... तो दूसरी किस्त के तौर पर टीम इंडिया ने हैदराबाद टेस्ट में कंगारुओं की किस्मत में पारी और 135 रनों से ऐसी हार लिखी कि ऑस्ट्रेलियाई मीडिया...ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट की मौत का ऐलान करने को भी मज़बूर हो गई
बदले की तीसरी किस्त
ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर टीम इंडिया ने तीसरा टेस्ट पर्थ में गवांया...जहां उसे पारी और 37 रनों से हार का सामना करना पड़ा... तो बदले का मौका मोहाली में मिला ... इस बार टीम इंडिया बदले को इतनी बेताब थी कि ... बारिश के चलते 1 दिन का खेल धुलने के बावजूद...नतीजा ना आने वाले मैच में भी उसने कंगारुओं के 4 दिन में चित करते हुए 6 विकेट से सानदार जीत दर्ज की
बदले की आखिरी किस्त
शुरूआती 3 मुकाबले से टीम इंडिया के इरादे साफ हो चुके थे ...सीरीज़ पर वो 3-0 से कब्जा कर चुकी थी ..लेकिन इरादा था ...कि बदला तो लेकर रहेंगे ...हर हार का हिसाब तो होकर रहेगा...नतीजा ...298 रनों के जख्म जो कंगारुओं ने उसे चौथे यानी एडिलेड टेस्ट में दिए थे ..उसके ऐवज में टीम इंडिया ने 3 दिन में ही दिल्ली टेस्ट पर कब्जा कर कंगारु-क्रिकेट के ताबूत में वो आखिरी कील भी ठोंक दी ...जिसका फैंस को बेसब्री से इंतज़ार था RELIEF ... जिसके साथ ही टीम इंडिया और उसके फैंस ने जश्न से ऐलान कर दिया... कि हार हिसाब अब पूरा हुआ।
लेखक
रजनीश कुमार
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