कैंसर से जंग जीतने की बात हो या फिर वर्ल्डकप कप ट्रॉफी हाथों में उठाने का सपना...युवराज ने क्रिकेट की पिच पर अपना हर ख्वाब पूरा किया है...लेकिन युवराज की एक ख्वाहिश ऐसी भी है...जो अभी तक अधूरी है...जो अंदर ही अंदर युवराज को हमेशा सालती है...और वो है टेस्ट टीम में जगह बनाने की...जिसका खुलासा ना सिर्फ युवराज सिंह ने...बल्कि उनकी मां शबनम सिंह ने भी किया।
... SHABNAM SINGH MOTHER OF YUVRAJ SINGH ON TEST CRICKET ... ( मैं इसकी मां हूं ... ये बोलता नहीं है लेकिन एक क्रिकेटर होने के नाते हर किसी का ख्वाब होता है कि वो टेस्ट क्रिकेट खेले। ये टेस्ट क्रिकेट खेलना चाहता है ... )
एक बेटे को क्या चाहिए ... मां सब जानती है । आपने सही सुना वर्ल्ड क्रिकेट के सबसे बड़े फाइटर युवराज सिंह के दिल में देश के लिए ... फिर से टेस्ट क्रिकेट खेलने की हसरत आज भी उतनी ही शिद्दत के साथ घर किए हुए है ... जितना कैंसर से खिलाफ ज़िंदगी की जंग के दौरान ... वो ठीक होकर जीना चाहते थे। औऱ एक बार जो युवराज की किताब के लांच के दौरान उनकी मां ने अपने बेटे की ये ख्वाहिश जगज़ाहिर की ... तो युवी ने ये कहने में हिचकिचाहट नहीं दिखाई ... कि टेस्ट टीम में फिर से अपनी जगह बनाने के लिए उनकी कोशिश जारी रहेगी।
अपने 12 साल के करियर के दौरान कभी फिटनेस तो कभी फॉर्म की फांस में फंसने के चलते ... अक्सर टेस्ट टीम से ड्रॉप होते आए युवराज को आज भी भरोसा है कि एक दिन उनकी मेहनत उन्हें टेस्ट टीम का Permanent सदस्य ज़रूर बना देगी।
शायद यही वजह भी है कि अब युवराज अपनी फिटनेस पर भी ज़्यादा मेहनत कर रहे हैं । एक तरफ जहां उन्होंने अपना काफी वज़न कम किया है ... तो वहीं वो टीम में अपनी जगह वो फिर से पक्का करने के लिए वो भविष्य में मिलने वाले हर मौके वो भुनाना चाहते हैं ... जिससे उन्हें सेलेक्टर्स का भरोसा एक बार फिर हासिल हो सके। बहरहाल अपने 40 टेस्ट के करियर में 1900 रन बनाने वाले युवी की मेहनत कब रंग लाएगी ... या फिर से उन्हें टेस्ट टीम में कब खेलने का मौका मिलेगा ... ये तो आने वाला वक्त बताएगा ... लेकिन युवी के कभी न हार मानने वाले जज़्बे को देखते हुए उम्मीद ज़रूर की जा सकती है कि ... युवराज भी अपनी मंज़िल को हासिल किए बिना ... चैन से नहीं बैठेंगे। रजनीश कुमार के साथ, ऋषभ शर्मा के साथ लाइव इंडिया दिल्ली ।
लेखक
रजनीश कुमार
http://www.youtube.com/watch?v=Jp0bQYLYGZ0
बुधवार, 20 मार्च 2013
टेस्ट टीम में वापसी को बेताब है युवराज- शबनम सिंह
कैंसर से जंग जीतने की बात हो या फिर वर्ल्डकप कप ट्रॉफी हाथों में उठाने का सपना...युवराज ने क्रिकेट की पिच पर अपना हर ख्वाब पूरा किया है...लेकिन युवराज की एक ख्वाहिश ऐसी भी है...जो अभी तक अधूरी है...जो अंदर ही अंदर युवराज को हमेशा सालती है...और वो है टेस्ट टीम में जगह बनाने की...जिसका खुलासा ना सिर्फ युवराज सिंह ने...बल्कि उनकी मां शबनम सिंह ने भी किया।
... SHABNAM SINGH MOTHER OF YUVRAJ SINGH ON TEST CRICKET ... ( मैं इसकी मां हूं ... ये बोलता नहीं है लेकिन एक क्रिकेटर होने के नाते हर किसी का ख्वाब होता है कि वो टेस्ट क्रिकेट खेले। ये टेस्ट क्रिकेट खेलना चाहता है ... )
एक बेटे को क्या चाहिए ... मां सब जानती है । आपने सही सुना वर्ल्ड क्रिकेट के सबसे बड़े फाइटर युवराज सिंह के दिल में देश के लिए ... फिर से टेस्ट क्रिकेट खेलने की हसरत आज भी उतनी ही शिद्दत के साथ घर किए हुए है ... जितना कैंसर से खिलाफ ज़िंदगी की जंग के दौरान ... वो ठीक होकर जीना चाहते थे। औऱ एक बार जो युवराज की किताब के लांच के दौरान उनकी मां ने अपने बेटे की ये ख्वाहिश जगज़ाहिर की ... तो युवी ने ये कहने में हिचकिचाहट नहीं दिखाई ... कि टेस्ट टीम में फिर से अपनी जगह बनाने के लिए उनकी कोशिश जारी रहेगी।
अपने 12 साल के करियर के दौरान कभी फिटनेस तो कभी फॉर्म की फांस में फंसने के चलते ... अक्सर टेस्ट टीम से ड्रॉप होते आए युवराज को आज भी भरोसा है कि एक दिन उनकी मेहनत उन्हें टेस्ट टीम का Permanent सदस्य ज़रूर बना देगी।
शायद यही वजह भी है कि अब युवराज अपनी फिटनेस पर भी ज़्यादा मेहनत कर रहे हैं । एक तरफ जहां उन्होंने अपना काफी वज़न कम किया है ... तो वहीं वो टीम में अपनी जगह वो फिर से पक्का करने के लिए वो भविष्य में मिलने वाले हर मौके वो भुनाना चाहते हैं ... जिससे उन्हें सेलेक्टर्स का भरोसा एक बार फिर हासिल हो सके। बहरहाल अपने 40 टेस्ट के करियर में 1900 रन बनाने वाले युवी की मेहनत कब रंग लाएगी ... या फिर से उन्हें टेस्ट टीम में कब खेलने का मौका मिलेगा ... ये तो आने वाला वक्त बताएगा ... लेकिन युवी के कभी न हार मानने वाले जज़्बे को देखते हुए उम्मीद ज़रूर की जा सकती है कि ... युवराज भी अपनी मंज़िल को हासिल किए बिना ... चैन से नहीं बैठेंगे। रजनीश कुमार के साथ, ऋषभ शर्मा के साथ लाइव इंडिया दिल्ली ।
लेखक
रजनीश कुमार
http://www.youtube.com/watch?v=Jp0bQYLYGZ0
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