दिल्ली टेस्ट में टीम इंडिया को जीत दिलाने में रवींद्र जडेजा ने भी अहम रोल अदा किया... कोटला में वो जडेजा की ही फिरकी का कमाल था कि ऑस्ट्रेलियाई टीम दूसरी पारी में 164 रनों पर ढेर हो गई... जडेजा ने पूरी सीरीज़ में 24 विकेट झटके।
टीम इंडिया को मिला फिरकी का नया फनकार...सीरीज़ का सबसे बड़ा सरताज...रवींद्र जडेजा ने खुद को साबित किया सबसे बड़ा जांबाज़..
जी हां...कंगारूओं के खिलाफ सीरीज़ में वो रवींद्र जडेजा ही रहे जिन्होनें गेंद से ऐसा जलवा बिखेरा...जिसने फैंस का दिल जीत लिया...
कोटला टेस्ट के चौथे 272 रनों पर सिमटने के बाद...कंगारूओं ने पिच के पेंच को समझते हुए...तीखे तेवरों के साथ वॉर्नर के साथ मैक्सवेल को मारममार मचाने के लिए मैदान पर उतारा..
कंगारूओं ने तेज़ी से 15 रन भी जोड़ लिए...जिसके बाद कप्तान ने जडेजा ने हाथों में गेंद थमा दी...और फिर क्या था...फिरकी के इस नए फनकार ने कंगारूओं को अपनी फिरकी में फंसाना शुरु कर दिया...पहले मैक्सवेल और फिर वॉर्नर के वार को थाम...रवींद्र जडेजा ने जीत की उम्मीदों को परवान चढ़ाना शुरु कर दिया...लेकिन कोटला में कड़ी चुनौती देने की कसम खा चुके कंगारू फिर भी प्रहार करने से बाज़ नहीं आए...और कोटला की कंरट देती पिच पर...लंच तक कंगारू टीम ने 5 विकेट खोकर 89 रन जोड़ लिए..
लेकिन लंच के बाद जैसे ही जडेजा ने अपने पहले ओवर के लिए गेंद थामी...कंगारूओं को काम तमाम होना शुरु हो गया....पहली गेंद पर क्रीज़ पर जमे एड कोवॉन...और जडेजा की अगली ही डिलिवरी मिचेल जॉनसन की गिल्लियां ले उड़ी...
हालाकि इसके बाद जडेजा टेस्ट करियर की पहली हैट्रिक से चूक गए...लेकिन अपने करियर में उन्होनें पहली बार 5 विकेट हासिल करने का कारनामा कर दिखाया...ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 4 टेस्ट मैचों में रवींद्र जडेजा 24 विकेट हासिल कर अश्विन के बाद दूसरे सबसे ज्यादा सफल गेंदबाज़ रहे
ज़ाहिर है...कंगारूओं के खिलाफ रवींद्र जडेजा फिरकी के वो फनकार रहे...जिनके जलवे ने ना सिर्फ टीम इंडिया की सीरीज़ जीत में अहम भूमिका निभाई...बल्कि इस सीरीज़ से जडेजा ने खुद को टेस्ट टीम के लिए पूरी तरह से फिट भी साबित कर दिया।
लेखक
रजनीश कुमार
रविवार, 24 मार्च 2013
रवींद्र जडेजा ने रचा इतिहास...सबसे कामयाब ऑलराउंडर
दिल्ली टेस्ट में टीम इंडिया को जीत दिलाने में रवींद्र जडेजा ने भी अहम रोल अदा किया... कोटला में वो जडेजा की ही फिरकी का कमाल था कि ऑस्ट्रेलियाई टीम दूसरी पारी में 164 रनों पर ढेर हो गई... जडेजा ने पूरी सीरीज़ में 24 विकेट झटके।
टीम इंडिया को मिला फिरकी का नया फनकार...सीरीज़ का सबसे बड़ा सरताज...रवींद्र जडेजा ने खुद को साबित किया सबसे बड़ा जांबाज़..
जी हां...कंगारूओं के खिलाफ सीरीज़ में वो रवींद्र जडेजा ही रहे जिन्होनें गेंद से ऐसा जलवा बिखेरा...जिसने फैंस का दिल जीत लिया...
कोटला टेस्ट के चौथे 272 रनों पर सिमटने के बाद...कंगारूओं ने पिच के पेंच को समझते हुए...तीखे तेवरों के साथ वॉर्नर के साथ मैक्सवेल को मारममार मचाने के लिए मैदान पर उतारा..
कंगारूओं ने तेज़ी से 15 रन भी जोड़ लिए...जिसके बाद कप्तान ने जडेजा ने हाथों में गेंद थमा दी...और फिर क्या था...फिरकी के इस नए फनकार ने कंगारूओं को अपनी फिरकी में फंसाना शुरु कर दिया...पहले मैक्सवेल और फिर वॉर्नर के वार को थाम...रवींद्र जडेजा ने जीत की उम्मीदों को परवान चढ़ाना शुरु कर दिया...लेकिन कोटला में कड़ी चुनौती देने की कसम खा चुके कंगारू फिर भी प्रहार करने से बाज़ नहीं आए...और कोटला की कंरट देती पिच पर...लंच तक कंगारू टीम ने 5 विकेट खोकर 89 रन जोड़ लिए..
लेकिन लंच के बाद जैसे ही जडेजा ने अपने पहले ओवर के लिए गेंद थामी...कंगारूओं को काम तमाम होना शुरु हो गया....पहली गेंद पर क्रीज़ पर जमे एड कोवॉन...और जडेजा की अगली ही डिलिवरी मिचेल जॉनसन की गिल्लियां ले उड़ी...
हालाकि इसके बाद जडेजा टेस्ट करियर की पहली हैट्रिक से चूक गए...लेकिन अपने करियर में उन्होनें पहली बार 5 विकेट हासिल करने का कारनामा कर दिखाया...ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 4 टेस्ट मैचों में रवींद्र जडेजा 24 विकेट हासिल कर अश्विन के बाद दूसरे सबसे ज्यादा सफल गेंदबाज़ रहे
ज़ाहिर है...कंगारूओं के खिलाफ रवींद्र जडेजा फिरकी के वो फनकार रहे...जिनके जलवे ने ना सिर्फ टीम इंडिया की सीरीज़ जीत में अहम भूमिका निभाई...बल्कि इस सीरीज़ से जडेजा ने खुद को टेस्ट टीम के लिए पूरी तरह से फिट भी साबित कर दिया।
लेखक
रजनीश कुमार
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