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खेल से खेल तक

बुधवार, 6 मार्च 2013

हैदराबाद में धोनी का धमाका

5 मार्च 2013 को टीम इंडिया ने दूसरे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को 1 पारी और 135 रनों से हराया

------------------------------------------------------------------- टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को पारी और 135 रनों से मात दी ... इस जीत के सफर में मेहमान ऑस्ट्रेलिया के तमाम खिलाड़ी जहां दोनों पारियों में संघर्ष करते नज़र आए ... तो वहीं टीम इंडिया के लिए बल्लेबाज़ों के साथ-साथ ... सभी गेंदबाज़ों ने भी बेहतरीन प्रदर्शन किया। === बदला है 2011 का... ये बदला है मेलबर्न टेस्ट का... ये बदला है सिडनी में मिले ज़ख्मों का... जी हां... हैदराबाद में मिली ये जीत ... सिर्फ टीम इंडिया को दूसरे टेस्ट मैच में विजेता नहीं बना रही ... बल्कि ये जीत उन ज़ख्मों पर मरहम लगा रही है... जो कंगारुओं ने करीब डेढ़ साल पहले अपने सरज़मीं पर दिए थे... लेकिन देर से ही सही और अपनी सरज़मीं पर ही सही... टीम इंडिया ने कंगारूओं से ज़ख्मों का ऐसा हिसाब किया है... जिसे क्लार्क एंड कंपनी बरसों तक याद रखेगी... चेन्नई में बदले की पहली किश्त वसूलने के बाद ... बारी हैदराबाद टेस्ट में हल्ला बोलने की थी... ज़ाहिरतौर पर मुकाबले में फेवरेट तो टीम इंडिया ही थी... लेकिन धोनी ब्रिगेड मौजूदा सीरीज़ के इस दूसरे टेस्ट में ऐतिहासिक जीत हासिल कर लेगी... इसका अंदाज़ा कम ही था... मुकाबले की शुरूआत ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाज़ी से हुई... और टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को 237 रन पर ही ढेर कर दिया... इसके बाद बारी बल्लेबाज़ों की आई... जहां टीम इंडिया ने रनों का ऐसा पहाड़ खड़ा किया... जिसके बाद दूसरी पारी में बल्लेबाज़ी की नौबत ही नहीं आई... टीम इंडिया ने चेतेश्वर पुजारा और मुरली विजय के शानदार शतकों की बदौलत 503 रनों की स्कोर खड़ा किया... जिसके दबाव में ऑस्ट्रेलियाई टीम ऐसी दबी कि टीम इंडिया ने चौथे दिन के पहले ही सेशन में कंगारुओं का काम तमाम करके ... उसने बदले की दूसरी किश्त वसूल कर ली... टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया पर दूसरी सबसे बड़ी जीत हासिल करते हुए पारी और 135 रन से करारी मात दी...और ले लिया दूसरा बदला... बहरहाल टीम इंडिया ने चेन्नई के बाद हैदराबाद में जीत हासिल करके ..बदले की दो किश्त तो वसूल कर ली हैं... लेकिन ऑस्ट्रेलिया से मुकम्मल बदला तभी पूरी होगा... जब टीम इंडिया कंगारुओं को 4-0 से हराकर वापसी भेजेगी। ---------------------------------------------------------------------------------------- ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टीम इंडिया को हासिल हुई जीत से ... कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी भी अपने आलोचकों को बुरी तरह मात देने में कामयाब रहे हैं। आज टीम इंडिया के Comeback के लिए धोनी को Credit दिया जा सकता है ... लेकिन खास बात ये है कि इस जीत के दौरान धोनी ने एक ऐसी उपलब्धि भी अपने नाम कर ली है ... जिसके बाद किसी भी दूसरे कप्तान के आंकड़े उनके सामने छोटे नज़र आ रहे ============ क़िस्मत और कामयाबी जब बुलंदियों के आसामान तक पहुंच जाए... तो उसकी शक्ल टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के जैसी हो जाती है... जी हां ट्वेंटी ट्वेंटी....और वनडे में कई कीर्तीमान बनाने वाले.... दुनिया के सबसे दबंग कप्तान.... अब व्हाइट जर्सी के खेल में भी... हिंदुस्तान के शीर्ष पर कब्जा जमा चुके हैं ... टेस्ट की दुनिया में कभी सौरव गांगुली को कप्तान के तौर पर भारत में सबसे सफल माना जाता था...लेकिन आज वो इतिहास की बातें हो गई है... क्योंकि जहां माही का लक पहुंचता है... वहां हर रिकॉर्ड धोनी के कदमों में मिलता है.... हैदराबाद टेस्ट में एक पारी और 135 रनों से जीत हासिल कर धोनी ने अपनी कप्तानी में 22 टेस्ट में जीत का आंकड़ा छू लिया... जिसे आज तक ना तो सौरव गांगुली... ना ही अजहरूद्दीन औऱ ना ही गावस्कर औऱ सचिन जैसे कप्तान छू पाए....धोनी ने अब तक 45 टेस्ट में टीम इंडिया की कप्तानी का जिम्मा संभाला... GFX IN जहां 22 बार उन्होंने विजय तिलक लगाया तो ... वहीं 12 टेस्ट में हार और 11 टेस्ट को ड्रॉ पर खत्म कर दिया....इससे पहले सौरव गांगुली के नाम 49 टेस्ट की कप्तानी में 21 जीत दर्ज थी... जबकि गांगुली को 13 बार हार का सामना करना पडा था... गांगुली ही नहीं अजहरूद्दीन जैसे कप्तान भी 47 टेस्ट में कप्तानी कर महज 14 में जीत हासिल करने के बाद भी....GFX OUT धोनी की चमक से सामने फीके ही हैं... धोनी की महान कप्तानी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि....सिर्फ गांगुली और अजहरूद्दीन ही धोनी से पीछे नहीं है...जिसके नाम पर ये सीरीज खेली जा रही है...वो भी धोनी के सामने पानी भरते नजर आ रहे हैं........GFX IN ... सुनील गावस्कर और मंसूर अली खां पटौदी की कप्तानी में टीम इंडिया ने नौ-नौ टेस्ट...राहुल द्रविड़ की अगुवाई में आठ टेस्ट....बिशन सिंह की बेदी की कप्तानी में 6 टेस्ट...जबकि अजित वाडेकर, कपिल देव और सचिन तेंदुलकर के नेतृत्व में टीम इंडिया महज चार-चार मैच में ही जीत दर्ज की है.....GFX OUT इन आंकड़ों की बातें आज अगर की जा रही है...तो उसकी सबसे बड़ी वजह भी कप्तान धोनी हैं...जिन्होंने टेस्ट में ऐसा मुकाम हासिल किया...जिसके बाद हर कोई माही का मुरीद हो गया है... बहरहाल एक महान कप्तान का ओहदा हासिल करने वाले धोनी आज कामयाबी के ऐसे शिखर पर खड़ें हैं...जहां से हिंदुस्तान के क्रिकेट का नजारा बेहद खूबसूरत हो चला है... ऐसे में फैंस भी यही उम्मीद कर रहे हैं... कि धोनी आने वाले दिनों में ऐसे और कई मुकाम हासिल करें..जिसे बदलना किसी के बस की बात ना हो.. =================================================================================== ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टीम इंडिया को हासिल हुई जीत से ... कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी भी अपने आलोचकों को बुरी तरह मात देने में कामयाब रहे हैं। आज टीम इंडिया के Comeback के लिए धोनी को Credit दिया जा सकता है ... लेकिन खास बात ये है कि इस जीत के दौरान धोनी ने एक ऐसी उपलब्धि भी अपने नाम कर ली है ... जिसके बाद किसी भी दूसरे कप्तान के आंकड़े उनके सामने छोटे नज़र आ रहे हैं। क़िस्मत और कामयाबी जब बुलंदियों के आसामान तक पहुंच जाए... तो उसकी शक्ल टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के जैसी हो जाती है... जी हां ट्वेंटी ट्वेंटी....और वनडे में कई कीर्तीमान बनाने वाले.... दुनिया के सबसे दबंग कप्तान.... अब व्हाइट जर्सी के खेल में भी... हिंदुस्तान के शीर्ष पर कब्जा जमा चुके हैं ... टेस्ट की दुनिया में कभी सौरव गांगुली को कप्तान के तौर पर भारत में सबसे सफल माना जाता था...लेकिन आज वो इतिहास की बातें हो गई है... क्योंकि जहां माही का लक पहुंचता है... वहां हर रिकॉर्ड धोनी के कदमों में मिलता है.... हैदराबाद टेस्ट में एक पारी और 135 रनों से जीत हासिल कर धोनी ने अपनी कप्तानी में 22 टेस्ट में जीत का आंकड़ा छू लिया... जिसे आज तक ना तो सौरव गांगुली... ना ही अजहरूद्दीन औऱ ना ही गावस्कर औऱ सचिन जैसे कप्तान छू पाए....धोनी ने अब तक 45 टेस्ट में टीम इंडिया की कप्तानी का जिम्मा संभाला... GFX IN जहां 22 बार उन्होंने विजय तिलक लगाया तो ... वहीं 12 टेस्ट में हार और 11 टेस्ट को ड्रॉ पर खत्म कर दिया....इससे पहले सौरव गांगुली के नाम 49 टेस्ट की कप्तानी में 21 जीत दर्ज थी... जबकि गांगुली को 13 बार हार का सामना करना पडा था... गांगुली ही नहीं अजहरूद्दीन जैसे कप्तान भी 47 टेस्ट में कप्तानी कर महज 14 में जीत हासिल करने के बाद भी....GFX OUT धोनी की चमक से सामने फीके ही हैं... धोनी की महान कप्तानी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि....सिर्फ गांगुली और अजहरूद्दीन ही धोनी से पीछे नहीं है...जिसके नाम पर ये सीरीज खेली जा रही है...वो भी धोनी के सामने पानी भरते नजर आ रहे हैं........GFX IN ... सुनील गावस्कर और मंसूर अली खां पटौदी की कप्तानी में टीम इंडिया ने नौ-नौ टेस्ट...राहुल द्रविड़ की अगुवाई में आठ टेस्ट....बिशन सिंह की बेदी की कप्तानी में 6 टेस्ट...जबकि अजित वाडेकर, कपिल देव और सचिन तेंदुलकर के नेतृत्व में टीम इंडिया महज चार-चार मैच में ही जीत दर्ज की है.....GFX OUT इन आंकड़ों की बातें आज अगर की जा रही है...तो उसकी सबसे बड़ी वजह भी कप्तान धोनी हैं...जिन्होंने टेस्ट में ऐसा मुकाम हासिल किया...जिसके बाद हर कोई माही का मुरीद हो गया है... बहरहाल एक महान कप्तान का ओहदा हासिल करने वाले धोनी आज कामयाबी के ऐसे शिखर पर खड़ें हैं...जहां से हिंदुस्तान के क्रिकेट का नजारा बेहद खूबसूरत हो चला है... ऐसे में फैंस भी यही उम्मीद कर रहे हैं... कि धोनी आने वाले दिनों में ऐसे और कई मुकाम हासिल करें..जिसे बदलना किसी के बस की बात ना हो.. ======================================================================================= हैदराबाद टेस्ट में मिली शानदार जीत के बाद अगर धोनी ने ... रिकॉर्ड बुक्स में अपने नाम एक खास उपलब्धि दर्ज कर ली है ... तो साथ ही अपने प्रदर्शन से भी कई दूसरे सवालों का जवाब दे दिया है। मौजूदा सीरीज़ से पहले धोनी की टीम में जगह को लेकर सवाल उठाए जाते थे ... लेकिन अपने मौजूदा प्रदर्शन से धोनी ने साबित कर दिया है कि वो टीम की ज़रूरत ही नहीं बल्कि ... कप्तान नंबर-1 भी हैं। -------------------------------------------------------------------------------------- ये जीत जवाब है उन सवालों के तीरों का... जो चंद दिनों पहले तक टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी पर रह-रह कर चल रहे थे... टीम इंडिया को 2-2 विश्वकप और टेस्ट में बेस्ट बनाने वाले कप्तान धोनी जब लगातार दो विदेशी दौरों पर और अपने ही घर में इंग्लैंड के हाथों हारे...तो ऐसे ही ना जाने कितने सवालों ने कप्तान को घेरे रखा... लेकिन वक्त ने एक बार फिर करवट बदली... पहले धोनी ने वनडे क्रिकेट में पाकिस्तान के खिलाफ सीरीज़ में टीम इंडिया की ओर से सबसे ज्यादा 203 रन बनाए...और फिर इंग्लैंड के खिलाफ 148 रन जमा खुद को साबित करने की सीढ़ियां फिर चढ़नी शुरु कर दी... लेकिन क्रिकेट के सबसे बड़े फॉर्मेट में सवालों के जवाब देने अभी बाकी थे...फिर माही को मौका मिला उसी ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ...जिसके हाथों हार के ज़ख्मों ने माही की महानता पर सवाल खड़े किए थे... RELIEF सबसे पहले बारी आई... चेन्नई टेस्ट की...जहां चैम्पियन कहते किसे हैं...धोनी के एक ही धमाके ने इसका जवाब सभी को दे दिया...कप्तानी में कमाल के साथ-साथ... चेन्नई टेस्ट में धोनी के 224 रनों के एक ही धमाके ने जीत टीम इंडिया के नाम लिख दी... तो हैदराबाद में भी धोनी का धमाका ना सिर्फ टीम इंडिया का काम आसान कर गया...बल्कि कप्तानी के मामले में भी धोनी ने आलोचकों को करारा जवाब दे दिया...RELIEF ज़ाहिर है...कंगारूओं पर मिली ये जीत...जीत कम जवाब ज्यादा है...जवाब उन सवाल उटाने वालों को...जो कप्तान धोनी की उड़ान को हल्के में ले गए...और शायद भूल गए कि धोनी भारतीय कप्तानों में कि उस लिस्ट में पहला पायदान हासिल कर चुके हैं...जहां से कद्दावर कप्तानों के नामों की शुरुआत होती है। ====================================================================================== हैदराबाद टेस्ट में जीत हासिल करके टीम इंडिया ने सिर्फ सीरीज़ में 2-0 की बढ़त नहीं बनाई है ... बल्कि क्रिकेट इतिहास में कंगारुओं के खिलाफ अपनी दूसरी सबसे बड़ी जीत भी हासिल कर ली है । 1998 के बाद ये पहला मौका है ... जब टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को पारी और 135 रन के अंतर से हराया। ======================================================================================= जीत की इन तस्वीरों ने ... टीम इंडिया के साथ साथ 121 करोड़ हिंदुस्तानियों के जश्न को दोगुना कर दिया ... क्योंकि ये वो है जिसने टीम इंडिया को 15 साल के ऐतिहासिक लम्हों के सबसे करीब ला खड़ा कर दिया है... जी हां... हैदराबाद टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को पारी और 135 रन से हराकर टीम इंडिया ने कंगारूओं के खिलाफ दूसरी सबसे बड़ी जीत हासिल की है... पहली सबसे बड़ी जीत 1998, कोलकाता टेस्ट टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया पर सबसे बड़ी जीत 1998 में कोलकाता टेस्ट में मिली थी...जहां अजहर की कप्तानी में GFX टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को एक पारी और 219 रन से हराया दूसरी सबसे बड़ी जीत 2013, हैदराबाद टेस्ट हैदराबाद में मिली जीत ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टीम इंडिया की दूसरी सबसे बड़ी जीत है... जहां टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया और एक पारी और 135 रन से करारी मात दी... तीसरी सबसे बड़ी जीत साल 1979, मुंबई टेस्ट भारत ने ऑस्ट्रेलिया पर तीसरी बड़ी जीत 1979-80 में मुंबई के वानखेडे स्टेडियम में दर्ज की थी। GFX IN:-इस टेस्ट को भारत ने एक पारी और 100 रन से जीता था...इस मैच में गावस्कर ने 123 रन की शानदार शतकीय पारी खेली थी... और टीम इंडिया के स्कोर को पहली पारी में 400 के पार पहुचाया था। चौथी सबसे बड़ी जीत साल 2008, मोहाली टेस्ट साल 2008-09 के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टीम इंडिया ने धोनी की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया को 320 रनों से हराया था... इस मैच में धोनी ने कप्तानी पारी खेलते हुए पहले 92 और दूसरी पारी में 68 रनों की नाबाद पारी खेली पांचवी सबसे बड़ी जीत साल 1978, मेलबर्न टेस्ट टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया पर चौथी बड़ी जीत 1978 में मेलबर्न टेस्ट में मिली थी... जब बिशन सिंह बेदी की कप्तानी में टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को 222 रनों से हराया... ऑस्ट्रेलिया पर छठी सबसे बड़ी जीत साल 2013, चेन्नई टेस्ट ऑस्ट्रेलिया पर छठी बड़ी जीत... टीम इंडिया ने मौजूदा सीरीज़ में ही हासिल की... टीम इंडिया ने चेन्नई टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को 8 विकेट से हराया। ---------------------------------------------------------------------------------------

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