
कॉमनवेल्थ की कहानी
साल 2010 में भारत के नज़रिए से देखा जाए तो सभी की निगाहें टिकीं थी ... इस साल होने वाले कॉमनवेल्थ गेम्स की मेज़बानी पर। तमाम विवादों और National और International Media की Negative Publicity को देखते हुए ... कॉमनवेल्थ गेम्स देश की नाक का सवाल बन गए थे। लेकिन ना सिर्फ भारत ने गेम्स का सफल आयोजन किया ... बल्कि भारतीय खिलाड़ियों ने भी इस बीच अपने प्रदर्शन से मेडल टेली में तिरंगे का मान बढ़ाया।
3 अक्टूबर से 14 अक्टूबर तक पूरी दुनिया ने माना ... दिल्ली कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत का लोहा । जिसके साथ ही खत्म हो गया वो डर ... जो गेम्स की अधूरी तैयारियों, विदेशी एथलीट्स के backout ... औऱ बड़े-बड़े-बड़े घोटालों की खबरों के बीच ... हर भारतीय के दिल में पैदा हो गया था।
हैरतअंगेज़ ओपनिंग सेरेमनी
3 अक्टूबर की एतिहासिक शाम ... दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में आयोजित हुई ... कॉमनवेल्थ गेम्स की यादगार ओपनिंग सेरेमनी। भारतीय संस्कृति, कला, बॉलीवुड के तड़के ... और अविश्वसनिय Arostat गुब्बारे के Effects के तालमेल के साथ ये ऐसी ओपनिंग सेरेमनी थी ... जिसे पूरी दुनिया ने देखा। विवादों के बावजूद ए.आर रहमान के बनाए थीम सांग ने भी अंतर्राष्ट्रीय मंच पर सुर्खियां बटोंरी। जिसके बाद 4 अक्टबूर से शुरू हुआ 21 खेलों में ... 71 देश के खिलाड़ियों के बीच ... मेडल्स का वो घमासान जिसमें कोई किसी ने कम नहीं था।
भारतीय शूटर्स ने दिखाया शौर्य
कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत को सबसे ज्यादा मेडल मिले शूटिंग से ... जिसमे शूटर्स ने कुल 30 मेडल हासिल किए। इसमें 14 गोल्ड, 11 सिल्वर और 5 ब्रान्ज शामिल रहे।
नारंग बने गोल्डन ब्वॉय
लेकिन तमाम शूटर्स के बीच अलग पहचान बनाई गगन नारंग ने ... जिन्होंने एक के बाद एक रिकॉर्ड कॉमनवेल्थ गेम्स में 4-4 गोल्ड मेडल हासिल कर कमाल कर दिया। गगन के अलावा विजय कुमार और ओंकार सिंह ने भी अपने अचूक निशाने से गेम्स में 3-3 गोल्ड मेडल्स जीते।
पहलवानों का 'धोबीपछाड़'
शूटर्स के अलावा भारतीय पहलवानों ने भी कॉमनवेल्थ गेम्स में जमकर सोना बटोरा ... सुशील कुमार समेत कई पहलवानों ने भारतीय़ पहलवानी के गुर को ऐसा आज़माया कि गेम्स खत्म होते-होते पहलवानी से भी ... देश की झोली में 10 मेडल्स आ गए।
बॉक्सर्स की हुई बल्ले-बल्ले
वहीं बॉक्सिंग से भी देश की झोली में कुल 7 मेडल्स आए। सुरंजय कुमार, मनोज कुमार और परमजीत समोटा ने जहां अपने मुक्के के दम पर गोल्ड मेडल हासिल किया ... वहीं वर्ल्ड नंबर-1 विजेन्द्र सिंह सिर्फ ब्रांज़ मेडल ही जीत पाए।
लगा मेडल्स का शतक
इसी तरह कॉमनवेल्थ गेम्स में एथलेटिक्स से भारत ने ... 12 मेडल जीतकर इतिहास बनाया । तो बैडमिंटन में भी सायना नेहवाल और doubles मुकाबले में ज्वाला गुट्टा और अश्विनी पोनप्पा की जोड़ी ने गोल्ड मेडल्स जीते। टेनिस में देश के लिए स्टार रहे युवा सोमदेव देवबर्मन ... जिन्होंने मेन्स सिंग्ल्स में गोल्ड औऱ मिक्सड डबल्स में सिल्वर मेडल जीता। कॉमनवेल्थ गेम्स में भारतीय हॉकी ने भी रफ्तार पकड़ी ... औऱ मेन्स टीम ने फाइनल तक का सफर तय करते हुए सिल्वर मेडल पर कब्ज़ा किया। कॉमनवेल्थ गेम्स के इतिहास में भारतीय खिलाड़ियों औऱ एथलीट्स का ... ये अब तक का सबसे शानदार प्रदर्शन था। पहली बार भारत कॉमनवेल्थ गेम्स की मेडल टैली में दूसरे स्थान पर रहा। पूरे गेम्स में भारत ने 38 गोल्ड, 27 सिल्वर औऱ 36 ब्रांज़ समेत कुल 101 मेडल जीते।
स्पोर्ट्स खबर


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